मंकी गर्ल के नाम से जानी जा रही इस लड़की के बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे । भगवान से दुआ मांगेंगे ऐसा आपके साथ कभी ना हो ।
New Delhi, Oct 18 : मंकी गर्ल, वोल्फ गर्ल, मोस्ट हेयरिस्ट गर्ल ऐसे कई नाम है तस्वीर में दिख रही इस बच्ची के । लेकिन इस बच्ची का असली नाम ये नहीं । इस लड़की को इन नामों से इसलिए पुकारा जाता है क्योंकि ये आम नहीं कुछ अलग है । शरीर ओर चेहरे पर इतने घने बाल उग आए हैं कि बच्ची को अजीब नजरों से घूरा जाने लगा है । कौन है ये लड़की और इसकी इस हालत के लिए कौन जिम्मेदार है आगे जानते हैं ।
ये है इस बच्ची का असली नाम
भेडि़या लड़की, मंकी गर्ल के नाम से जानी जाने वाली इस लड़की का रियल नेमा सुपात्रा सासुफान है । बैंकॉक की एक नॉर्मल फैमिली के यहां जन्मी इस बच्ची के चेहरे और शरीर पर बचपन से ही ऐसे बाल थे । जब वो पैदा हुई थी तो ये हल्के थे लेकिन जैसे-जैसे वो बड़ी हो रही है ये प्रॉब्लम बढ़ती जा रही है । उसके माता-पिता के लिए अपनी बच्ची को ऐसा देखना किसी बड़ी तकलीफ से कम नहीं ।
इस दुर्लभ बिमारी से ग्रसित है लड़की
दरअसल सुपात्रा एक ऐसी दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है जिसका शायद कोई ईलाज नहीं । सुपात्रा को ‘अमब्रास सिंड्रोम’ नाम की एक दुलर्भ बीमारी ने जकड़ रखा है । इस बीमारी में सुपात्रा का पूरा चेहरा बालों से ढक गया है । इन बालों की वजह से उसे मंकी गर्ल, मंकी फेस जैसे शब्दों का सामना करना पड़ता है । लेकिन उसके पास ये सुनने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था ।
चेहरे के अलावा शरीर के दूसरे अंगों पर भी हैं बाल
सुपात्रा का सिर्फ चेहरा ही बालों से नहीं ढका हुआ है । बल्कि उसके हाथ, कान, पीठ और पैरों पर भी बाल हैं । हालांकि शरीर के दूसरे हिस्सों में बाल इतने घने नहीं है जितने कि चेहरे पर । सुपात्रा को इन बालों की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन बालों पर कोई इलाज असर ही नहीं करता । माता-पिता ने उसका लेजर ट्रीटमेंट भी कराया है लेकिन सब बेअसर ।
दुनिया में सिर्फ इतने लोगों को है ये बीमारी
सुपात्रा को जिस बीमारी ने जकड़ा हुआ है वो बेहद दुर्लभ है । दुनियाभर में अरबों की आबादी के बीच इस बीमारी के सिर्फ 50 मामले ही सामने आये हैं । सुपात्रा की इस बीमारी का पता बचपन में ही चल गया था । माता-पिता को उसके शरीर पर बालों को अजीब तरह से उगना परेशान कर रहा था। सुपात्रा जैसे-जैसे बड़ी हुई समस्या और गंभीर होती चली गई ।
जन्म के वक्त दूसरे बच्चों से अलग थी मंकी गर्ल सुपात्रा
सुपात्रा के पिता समरूइंग के मुताबिक उनकी बेटी जब पैदा हुई थी तो थोड़ा अलग थी । जन्म के बाद उसकी सेहत अच्छी नहीं थी और उसके नाक के छेद सिर्फ एक मिलीमीट चौड़े थे । उसे सांस लेने में दिक्कत होती थी । तीन महीने तक उसे इनक्यूबेटर में रखना पड़ा था । जन्म के करीब 10 महीने सुपात्रा अस्पताल में रही । डॉक्टरों ने जब सेहत में सुधार देखा तो उसे घर ले जाया गया ।
स्कूल में बहुत परेशान होती थी सुपात्रा
बालों वाले चेहरे के साथ सुपात्रा का स्कूल जाना बेहद मुश्किल समय था । आस पास के लोग, सड़क से गुजरने वाले लोग, साथ क्लासमेट सुपात्रा को मंकी गर्ल और दूसरे नामों से चिढ़ाते थे । उसका मजाक बनाया जाता था । स्कूल के शुरुआती दिन सुपात्रा के लिए मुश्किल रहे । लेकिन धीरे-धीरे बच्चे उससे घुलने मिलने लग गए । सुपात्रा अब 17 साल की हो चुकी है लेकिन हालात अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं ।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है नाम
अपनी इस अनोखी बीमारी के चलते सुपात्रा को भले कई परेशानियों का सामना करना पड़ा हो लेकिन वो खुश हैं कि इससे उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है । गिनीज बुक में नाम दर्ज होने पर सुपात्रा ने कहा था कि वो खुश है कि उसे उसकी इस अनोखी बीमारी के लिए ये जगह मिली । दुनिया में कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हे ये सब करने के लिए ना जाने क्या-क्या करना पड़ता है ।
स्विमिंग और डांसिंग का है शौक
इस अजीब बीमारी के बारे में सुपात्रा यही कहती हैं कि उसे अपने शरीर के इन बालों से कोई दिक्कत नहीं होती । क्योंकि वो इनके साथ ही बड़ी हुई है । सुपात्रा को उम्मीद है कि एक ना एक दिन वो जरूर ठीक हो जाएगी । इस अनोखी बीमारी के अलावा सुपात्रा एकदम नॉर्मल चाइल्ड है, उसे वह सबकुछ पसंद है जो दूसरी लड़कियों को । स्विमिंग और डांसिंग उसे कुछ ज्यादा ही अच्छी लगती है ।