सोशल मीडिया पर अरुण जेटली की बेटी बताकर एक महिला की फोटो वायरल हो रही है। इसकी सच्चाई जानने के बाद आपको हैरानी होगी।
New Delhi, Oct 09: सोशल मीडिया पर अक्सर गलतियां हो जाती हैं, लोग बिना सच्चाई जाने ही किसी के भी बारे में कुछ भी ट्वीट कर देते हैं। जिसके बाद वो वायरल हो जाती हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस फोटो में एक लड़की है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की बेटी है। सोशल मीडिया के धुरंधरों को ये जानकर हैरानी होगी कि इस लड़की का अरुण जेटली से कोई लेना देना नहीं है, सिवाय इसके कि इसका सरनेम भी जेटली है। चलिए आपको इनके बारे में पूरी जानकारी देते हैं।
मोक्षा जेटली बहुत ही सार्थक मिशन पर निकली हैं। ये बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम पर बुलेट से यात्रा कर रही हैं। होशियारपुर से लगभग 4500 किमी की दूरी तय करके मोक्षा राजसथ्ना के बिछिवाड़ा पहुंची। वो जहां भी जाती हैं वहां पर बेटियों को पढ़ाने की वकालत करती हैं। उनको प्रोत्साहन देने की बात करती हैं। जब मोक्षा राजस्थान के इस इलाके में पहुंची तो लोगों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की बेटी आई है। ये सुनकर लोगों की भीड़ लग गई. सभी लोग मोक्षा से मिलने के आने लगे। चुनाव में टिकट की उम्मीद रखने वाले नेता भी मिलने पहुंच जाते हैं।
इलाके के कई भाजपा नेता भी मोक्षा से मिलने पहुंच गए। वहां पर मोक्षा को भारत विकास परिषद की ओर से 2100 रुपए भी भेंट किए गए। मोक्षा जहां जहां से होकर गुुजरती हैं वहां पर उनका स्वागत करने के लिए लोग पहुंच जाते हैं। बिछीवाड़ा और रतनपुर में मोक्षा का स्वागत करने के लिए चिकित्सा प्रशासन मौजूद था। जैसे ही मोक्षा बिछीवाड़ा पहुंची तो महकमे की तरफ से काफी लोगों ने उनका स्वागत किया। मोक्षा जेटली बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण मिशन के लिए भारत भ्रमण पर निकली हैं। लद्दाख से शुरू हुआ मोक्षा का सफर कन्याकुमारी पर खत्म होगा।
बीजेपी और जेटली को लेकर अफवाहों पर मोक्षा का कहना है कि वो बीजेपी से नहीं जुड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि वो राजनीति नहीं करना चाहती हैं, इस से उनका कोई सरोकार नहीं है। मोक्षा ने बताया कि वो सिंगल मदर हैं। उनकी एक बेटी है जिसकी देखभाल वो खुद करती हैं। उनका मानना है कि एक महिला के अंदर बहुत ताकत होती है। वो मानती हैं कि पुरुष प्रधान समाज में बदलाव आने लगा है। एक महिला कई उदाहरणों से समाज को नई दिशा दे सकती है। कुल मिलाकर मोक्षा एक सार्थक मिशन पर निकली हैं। उनका उद्देश्य केवल इतना है कि समाज में महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिले।