क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही हनुमान जी की पूजा क्यों की जाती है, क्यों इसी दिन बजरंग बली के लिये उपवास रखा जाता है?
New Delhi, Nov 27 : आपने अक्सर मंदिरों में देखा होगा, कि मंगलवार के दिन हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर लगाया जाता है, साथ ही मंदिरों में प्रसाद के रुप में बूंदी और लड्डू बांटे जाते हैं, कई लोग तो इस दिन उपवास भी रखते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ मंगलवार के दिन ही हनुमान जी की पूजा क्यों की जाती है, क्यों इसी दिन बजरंग बली के लिये उपवास रखा जाता है, अगर नहीं पता, तो आइये हम आपको बताते हैं कि आखिर मंगलवार के दिन हनुमान जी के लिये इतना खास क्यों होता है।
क्यों खास है मंगलवार ?
धर्म शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन ही बजरंग बली का जन्म हुआ था, इसी कारण वो मंगल ग्रह के नियंत्रक माने जाते हैं, एक पौराणिक कथा के अनुसार एक बाह्मण केशव दत्त और उनकी पत्नी अंजलि ने संतान प्राप्ति के लिये हर मंगलवार हनुमान जी का व्रत किया करते थे, उनकी श्रद्धा और तपस्या से खुश होकर बजरंग बली ने उन्हें संतान का वरदान दे दिया, इस संतान का नाम भी उन्होने मंगल रखा, तब से ही ऐसी मान्यता है कि मंगलवार को पूजा करने से हनुमान जी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
ऐसे करें पूजा
मंगलवार के दिन पूजन को लेकर लोगों का ये भी मानना है कि इस दिन हनुमान चालीसा का 100 बार जाप करने पर साहस, आत्मविश्वास और शक्ति की प्राप्ति होती है, इसी वजह से मंगलवार को उपवास रखने वाले हनुमान भक्त इसी खास तरीके से मनाते हैं, इस दिन वो गेहूं और गुड़ का भोजन कराते हैं, लाल कपड़े पहनते हैं और बजरंग बली को भी लाल फल चढाते हैं।
क्यों चढ़ाया जाता है सिंदूर?
बजरंग बली को सिंदूर चढाने के ऊपर रामायण में ये कथा प्रचलित है कि एक दिन हनुमान जी ने माता सीता से पूछा कि वो माथे पर सिंदूर क्यों लगाती हैं, सीता जी ने जबाव दिया कि इनसे उनके स्वामी की आयु लंबी होती है, इसी बात से प्रभावित होकर उन्होने अपने पूरे शरीर को ही सिंदूर से रंग लिया, जब उनसे पूछा गया कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो उन्होने जवाब दिया था कि अगर एक चुटकी सिंदूर से भगवान श्रीराम की आयु दीर्घ होती है, तो मैं अपने पूरे शरीर को सिंदूर से रंग अपने स्वामी को अमर कर दूंगा।
सारे ग्रहों से करते हैं रक्षा
बजरंग बली ही एक मात्र ऐसे देव हैं, जो सभी ग्रहों के प्रकोप से इंसानों को बचाते हैं, शायद यही वजह है कि उन्हें कलयुग का देवता माना जाता है, हनुमान जी की कृपा से ही मनुष्य इस कलयुग में मंगल, शनि, राहु और केतू जैसे ग्रहों के दुष्प्रभाव से भी बचता है, अगर आपको इन ग्रहों को खुश करना है, या फिर इनके दुष्प्रभाव से बचना है, तो बजरंग बली को खुश करें।
मंगलवार को रखें विशेष ध्यान
मंगलवार का दिन हनुमान जी को बहुत प्रिय है, इस दिन हनुमत अराधना करना बेहद लाभकारी माना जाता है, लेकिन बहुत कुछ ऐसा भी है, जिसे मंगलवार के दिन करने पर अपने पांव पर ही कुल्हाड़ी मारने जैसा है, मंगल ग्रह आयु का भी प्रतिनिधि होता है, इस दिन छोटी सी भूल करने पर भी आयु का नाश होता है, ज्योतिषियों के अनुसार मंगल के दिन कुछ चीजें वर्जित है, अगर आप वो करेंगे, तो आपकी उम्र घटेगी।
मिठाई दान करने वाले मीठा ना खाएं
इस दिन अगर आप मिठाई दान करते हैं, तो फिर आप खुद मीठा ना खाएं, जिस दिन भी जिस चीज का दान करें, उस दिन स्वयं उसे ग्रहण ना किया करें। अगर आप मंगलवार को उपवास रखते हैं, तो फिर नमक का सेवन ना करें। कोशिश करें कि बिना अन्न खायें ही आप व्रत रखें, अगर भूख बर्दाश्त ना हो रही हो, तो फिर बजरंग बली को भोग लगाने के बाद फलाहार कर सकते हैं।
मांस-मदिरा वर्जित
मंगलवार के दिन भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिये, शास्त्रों के अनुसार अगर इस दिन कोई मांस या मदिरा का सेवन करता है, तो इससे बजरंग बली नाराज होते हैं, इससे ना सिर्फ आपकी आयु घटेगी बल्कि सेहत को भी नुकसान पहुंचेगा। इसके साथ ही इस दिन दुकान या फिर किसी भी प्रतिष्ठान में हवन नहीं करना चाहिये।
मंगल को ना खरीदें ये चीजें
मंगलवार के दिन किसी भी धारदार सामान जैसे छुरी, कैंची, कांटा इत्यादि नहीं खरीदना चाहिये, इससे ना सिर्फ धन हानि के योग बनते हैं, बल्कि बजरंग बली भी नाराज होते हैं। साथ ही इस दिन ना तो नेल कटर का इस्तेमाल करें, और ना ही दाढी या बाल कटवायें, इस दिन दाढी-बाल बनवाने या नाखून काटने से आयु कम होता है, इसलिये जितना संभव हो सके, इन चीजों से बचें।