संजू सैमसन के पिता दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल थे, लेकिन बेटा क्रिकेटर बने, इसके लिये उन्होने नौकरी छोड़ दी।
New Delhi, Jan 27 : विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 8 करोड़ में खरीदा है, आपको बता दें कि इस क्रिकेटर का बेस प्राइस 1 करोड़ रुपये थे, उन्हें खरीदने के लिये कई टीमों ने बोली लगाई, आखिर में उन्हें राजस्थान रॉयल्स की टीम ने खरीदा । मालूम हो कि विकेटकीपर कैटेगरी में संजू सैमसन के लिये सबसे ऊंची कीमत लगाई गई है, यहां तक कि दिनेश कार्तिक को भी उनसे कम कीमत मिली।
छोटे फॉर्मेट के विशेषज्ञ खिलाड़ी
संजू को टी-20 फॉर्मेट का विशेषज्ञ खिलाड़ी माना जाता है, वो तेज बल्लेबाजी करने के साथ-साथ बेहतरीन फिल्डर भी हैं, आपको बता दें कि संजू ने टीम इंडिया के लिये भी एक टी-20 मैच खेला है। राहुल द्रविड़ उन्हें भविष्य का बड़ा खिलाड़ी बताते हैं, द्रविड़ ने सैमसन की बल्लेबाजी निखारने में बड़ी भूमिका निभाई है।
आईपीएल-10 में लगाई थी पहली सेंचुरी
संजू सैमसन पिछले आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेले थे, उन्होने उस सीजन की पहली सेंचुरी पुणे के खिलाफ लगाया था, आपको बता दें कि राहुल द्रविड़ दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच हैं, उससे पहले वो राजस्थान रॉयल्स के कप्तान थे, तो संजू उस टीम में भी शामिल थे। आईपीएल में राजस्थान की टीम ने इस युवा क्रिकेटर को साल 2003 में 10 लाख के बेस प्राइस में खरीदा था, आज फिर से उसी टीम ने उन्हें 8 करोड़ की कीमत में खरीदा है।
राहुल द्रविड़ ने निखारी बल्लेबाजी
संजू सैमसन की प्रतिभा को पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने निखारा था, आपको बता दें कि द्रविड़ अंडर-19 और इंडिया ए के कोच हैं, इसके अलावा वो पिछले सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स के मेंटर थे, उनकी नजर कुछ युवा खिलाड़ियों पर रहती है, जिसके साथ वो मेहनत करते हैं। पिछले साल संजू सैमसन और ऋषभ पंत ने अपनी बल्लेबाजी से सबको चौंकाया था, अब देखना है कि इस बार ये युवा बल्लेबाज क्या खास करते हैं।
कांस्टेबल के बेटे हैं सैमसन
23 वर्षीय संजू को यहां तक लाने में उनके पिता सैमसन विश्वनाथ ने काफी संघर्ष किया है, आपको बता दें कि उनके पिता कभी दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल थे, लेकिन बेटा क्रिकेटर बने, इसके लिये उन्होने नौकरी छोड़ दी, नौकरी छोड़ने के बाद वो दिल्ली छोड़ केरल शिफ्ट हो गये, ताकि बेटा क्रिकेटर बन सके।
पिता को मिली थी चेतावनी
संजू सैमसन के पिता को केरल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने चेतावनी भी दी थी, कि वो अपने बेटे के साथ मैदान पर नहीं आएंगे, साथ ही वो उसके क्रिकेट में ज्यादा दखल नहीं देंगे। आपको बता दें कि संजू के पिता का सपना था कि उनका बेटा स्टार क्रिकेटर बने, उसके खातिर ही उन्होने दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी, क्योंकि दिल्ली में ज्यादा बच्चे क्रिकेट खेलते हैं, इसलिये वो अपने बेटे के साथ केरल चले गये, जहां से संजू घरेलू क्रिकेट खेलते हैं।
पिछले सीजन में मिला था इतने रुपये
संजू मनीष पांडे के बाद सबसे कम उम्र के में आईपीएल में शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं, उन्हें पिछले सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने 4.2 करोड़ रुपये में खरीदा था, कहा जाता है कि द्रविड़ टीम को इस बल्लेबाज को खरीदने के लिये कहा था, इसी वजह से दिल्ली की टीम ने उन्हें खरीदा था।
बागी क्रिकेटर को बनाया फायर ब्रांड
युवा बल्लेबाज केरल से खेलते हैं, वो अनुशासनहीनता के आरोप में कई बार दंड भुगत चुके हैं, इन सब के बावजूद राहुल द्रविड़ ने उनकी प्रतिभा को पहचाना, वो ना सिर्फ उनके साथ खड़े हुए, बल्कि उनकी ऊर्जा को भी सही दिशा देने का काम किया। कहा जाता है कि द्रविड़ ने ही सैमसन को मानसिक रुप से मजबूत किया, ताकि वो बड़े से बड़े गेंदबाज का सामना कर सके।
इंटरनेशनल क्रिकेट में कर चुके हैं डेब्यू
11 नवंबर 1994 को पैदा हुए संजू मूल रुप से केरल से आते हैं, हालांकि उनका बचपन दिल्ली में बीता है। आईपीएल में किये गये प्रदर्शन के दम पर उन्हें टीम इंडिया में भी खेलने का मौका मिला, हालांकि अब तक वो सिर्फ 1 मैच ही खेल पाये हैं, जिम्बॉब्बे के खिलाफ उन्होने एक मात्र टी-20 मैच में 19 रनों की पारी खेली थी।