टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने 4 मई 2003 को नागपुर की रहने वाली विजेता पेंडरकर से शादी की, उनकी पत्नी पेशे से सर्जन हैं।
New Delhi, Feb 09 : अंडर-19 क्रिकेट टीम को विश्व विजेता बनाने के बाद कोच राहुल द्रविड़ इन दिनों सुर्खियों में हैं, कप्तान पृथ्वी शॉ ने न्यूजीलैंड में मिली जीत का श्रेय कोच द्रविड़ को दिया, उन्होने एक बार फिर से साबित कर दिया, कि आखिरकार उन्हें द वॉल क्यों कहा जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि उन्हें ये नाम किसने दिया था, आइये आज आपको पूर्व कप्तान से जुड़े कुछ ऐसे ही दिलचस्प फैक्ट्स के बारे में बताते हैं।
इन्होने दिया था नाम
एक विज्ञापन एजेंसी में काम करने वाले नीमा नामचू और नितिन बेरी ने द्रविड़ को द वॉल का नाम दिया था, दरअसल बात 1996-97 की है, नीमा नामचू और नितिन बेरी को टीम इंडिया के खिलाड़ियों के साथ रिबॉक के लिये एक विज्ञापन तैयार करना था, इस विज्ञापन में सभी खिलाड़ियों को एक उपनाम भी देना था, जिसमें पंच हो और वो उस खिलाड़ी के प्लेइंग स्टाइल से बी मैच करता हो।
राहुल को मिला द वॉल का उपनाम
इसी विज्ञापन में राहुल द्रविड़ को द वॉल का नाम दिया गया, इस ऐड में राहुल के अलावा मोहम्मद अजहरुद्दीन को The Assassin और अनिल कुंबले को The Viper नाम दिया गया था, लेकिन बाद में लोग उनके नाम भूल गये, सबको याद रहा तो सिर्फ द वॉल, क्योंकि राहुल ने दीवार की तरह ही टिक कर कई लंबी और यादगार पारियां खेली।
अखबारों में लगने लगी हेडलाइंस
क्रिकेट एक्सपर्ट विक्रम साठे ने एक इंटरव्यू में बताया था कि राहुल को द वॉल नाम दिये जाने के बाद अखबारों में इसी नाम से हेडलाइंस भी बनने लगी, उनके अच्छे प्रदर्शन के बाद द वॉल स्टैंड्स टॉल और खराब प्रदर्शन के बाद द वॉल कॉलेप्स इन डिफीट जैसी हेडलाइंस लगने लगी।
द्रविड़ रह चुके हैं हॉकी खिलाड़ी
बहुत कम ही लोगों को पता है कि राहुल द्रविड़ क्रिकेट खेलने से पहले हॉकी खिलाड़ी थे, हालांकि बाद में उन्होने क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देना शुरु कर दिया, जिसकी वजह से वो इंटरनेशनल क्रिकेट तक पहुंचे। राहुल के नाम बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड्स दर्ज हैं।
राहुल द्रविड़ शादी
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने 4 मई 2003 को नागपुर की रहने वाली विजेता पेंडरकर से शादी की, उनकी पत्नी पेशे से सर्जन हैं। राहुल और विजेता के दो बेटे हैं, बड़े बेटे का नाम समित है, जो पिछले कुछ महीनों से अपने क्रिकेट की वजह से सुर्खियों में रहते हैं, जबकि छोटे बेटे का नाम अन्वय है, इनका जन्म 2009 में हुआ है।
एमपी के हैं मिस्टर भरोसेमंद
राहुल द्रविड़ का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था, लेकिन उनके जन्म के बाद उनका परिवार इंदौर से बंगलुरु शिफ्ट हो गया, उनके पिता वहां नौकरी करते थे। इसलिये द्रविड़ का बचपन बंगलुरु में ही बीता, उन्होने वहीं से क्रिकेट भी खेलना शुरु किया। घरेलू क्रिकेट में भी राहुल कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते थे।
बचपन में था ये नाम
राहुल के पिता एक जैम बनाने वाली कंपनी में काम करते थे, इसी वजह से बचपन में सब उन्हें जैमी के नाम से बुलाते थे। टीम इंडिया के लिये जब पहली बार उनका चयन हुआ था, तो वो सेंट जोसेफ कॉलेज से बिजनेस एडिमिनिस्ट्रेशन में एमबीए कर रहे थे।
राहुल के नाम है एक दीवार
मिस्टर भरोसेमंद के नाम से बंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एक दीवार है, जिस पर तीन शब्द कमिटमेंट, क्लास और कंसिसटेंसी लिखी हुई है, ये तीनों ही शब्द राहुल की पर्सनाल्टी को बखूबी बयां करते हैं। आपको बता दें कि राहुल ने 1996 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था, उन्होने आखिरी टेस्ट 9 मार्च 2012 को खेला।