गैस की प्रॉब्लम किसी को भी, कभी भी हो सकती है, लेकिन अगर ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाए तो इंसान का चैन छिन जाता है । जानें क्या है गैस होने की असली वजहें और उनके बचाव के उपाय ।
New Delhi, Nov 23 : भूख कम लगना, छती में जलन, असहनीय दर्द उठना, छाती में जलन, सांस फूलना ये सब गैस बनने के कारण हो सकते हैं । दरअसल गैस की परेशानी व्यक्ति को जब होती है तो वो इसे गंभीरता से ना लेकर इग्नोर कर देता है । यही लापरवाही आगे चलकर बड़ी मुश्किल बन जाती है, और कई बीमारियों की जड़ भी । । लेकिन आप इन सारी प्रॉब्लम्स से बच सकते हैं अगर आप गैस होने के कारण को जान जाएं । जानते हैं वो वजहें जो इस बीमारी की जड़ हैं साथ ही इनसे बचने के उपाय भी ।
पेट में बैक्टीरिया का असंतुलन
हमारे शरीर में गुड और बैड बैक्टीरिया दोनों ही रहते हैं । ये हमारे इम्यून सिस्टम पर अलग-अलग तरह से काम करते हैं । जब शरीर में मौूजद बैक्टीरिया में इम्बैलेंस हो जाता है तो पेट में गड़बड़ी शुरू हो जाती है । हानिकारक जूसेज का निर्माण होने लगता । अमलीय प्रवृत्ति के ये जूस शरीर में जलन पैदा करते हैं साथ ही गैस की समस्या भी बढ़ाते हैं ।
डेयरी प्रोडक्ट्स
एक निश्चित उम्र के बाद गैस की समस्या बहुत सारे लोगों में देखी जाती है । दरअसल इसकी वजह कई बार डेयरी प्रोडक्ट्स भी हो सकते हैं । दही को छोड़कर बाकी सभी डेयरी प्रोडक्ट्स गैस बनाते हैं । इनका डायजेशन थोड़ा मुश्किल होता है । 40 की उम्र के बाद अगर पाचन तंत्र मजबूत नहीं होगा तो गैस की समस्या सताएगी ही । इसलिए ऐसी चीजों को अवॉयड करें जो दूध की कैटेगरी में आती है ।
कब्ज की समस्या
जिन लोगों की कब्ज की प्रॉब्लम रहती है वो गैस के शिकार के होते हैं । कब्ज के चलते शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते, जिसका असर बॉडी के फंक्शन पर पड़ता है । ये टॉक्सिन्स गैस के रूप में बॉडी में रिलीज होते हैं और मुश्कल खड़ी करते हैं । कब्ज से परेशान लोग फज्ञइबर वाला खाना खाएं और अपनी डायट के साथ 8 से 10 गिलास पानी रोज पीएं ।
एंटीबायोटिक
अगर आप लंबे समय से कोई एंटीबायोटिक ले रहे हैं तो ये भी गैस बनने की प्रमुख वजह हो सकती है । एंटीबायोटि दवाएं लगतार खाने से बॉडी में मौजूद गुड बैक्टीरिया की संख्या कम होने लगती है जिसकी वजह से गैस बनने लगती है । गुड बैक्टीरिया खाने को पचने में सहायता करते हैं, लेकिन इनकी संख्या कम होने से ये अपना काम नहीं कर पाते । अपनी इस समस्या के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं ।
जल्दबाजी में खाना खाना
ये कहना गलत नहीं होगा कि आजकल लोग खाने में भी जल्दबाजी करते हैं । उन्हें खाना जल्दी-जल्दी खाने की आदत हो जाती है । ना तो वो खाना अच्छे से चबाते हैं और ना ही खाने के बाद कोई वॉक वगैरह करते हैं । नतीजतन खाना पचता नहीं है और गैस बनने लगती है । ध्यान रहे आपके हर काम का आधार आपका शरीर है और उसे चलाने के लिए आपको भोजन रूपी ऊर्जा की आवश्यकता होगी ।
फास्ट फूड
आजकल बच्चों में भी गैस की प्रॉब्लम देखी जाती है । बर्गर, पिज्जा, सैंडविच कल्चर के इन बच्चों को डायजेस्टिव सिस्टम बचपन से ही बिगड़ जाता है ।खाना अच्छे से पचता नहीं है और रूटीन गड़बड़ होने की वजह से इन्हें फ्रेश होने में भी दिक्कत आती है । लिहाजा समस्या गैस के रूप में सामने आती है । गैस भी अगर बाहर ना निकले तो बच्चों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है ।
हार्मोन में बदलाव
महिलाओं में मीनोपॉज के बाद और पुरुषों में 50 की आयु के बाद हार्मोनल बदलाव होने शुरू हो जाते हैं । जिसका असर डायजेशन पर भी पड़ता है । बहुत जरूरी है कि आप इस उम्र में संतुलित भोजन खाएं । कुछ भी ऐसा ना खाएं जिससे आपका हाजमा बिगड़ता हो । संतुलित खाने के साथ रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज शुरू करें । शुरुआत जॉगिंग से ही करें ।
नॉनवेज फूड
गैस की प्रॉब्लम बहुत अधिक परेशान करती है तो आपको नॉनवेज खाना बंद कर देना चाहिए । इसे पचाने में बहुत अधिक समय लगता है । खास तौर पर मटन को । रात को नॉनवेज खाने से बचना चाहिए । नॉनवेज खाना खा रहे हों तो ध्यान रहे आप इसे अधिक मात्रा में ना खाएं और लंच के समय खाएंगे तो सबसे सही रहेगा ।