35 के बाद मां बनने जा रही हैं तो ध्यान में रखें ये 7 बातें, आपके बहुत काम आएंगी

मां बनने की सही उम्र 18 साल के बाद है, लेकिन बड़ी उम्र में मां बनना महिलाओं के शरीर के लिए किसी चुनौती से कम नहीं ।  

New Delhi, Jan 27 :आज से 20-22 साल पहले भारत में शादियां 24 से 25 साल की उम्र में हो जाया करती थीं । शादी के बाद बच्‍चे भी 26 से 30 वर्ष की उम्र तक आते-आते हो जाते थे । लेकिन अब हालात कुछ और हैं, देर से शादी, स्‍वतंत्रता की चाह, बच्‍चे की जिम्‍मेदारी से दूर भागते कपल्‍स माता-पिता बनने का सपना बहुत देर में देखना शुरू करते हैं । कई बार महिलाओं की उम्र 32-33 वर्ष भी पार कर चुकी होती हैं । इस उम्र में मां बनने में कोई मुश्किल नहीं है लेकिन महिलाओं शारीरिक रूप से कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है ।

35 की उम्र में मां बनना
बढ़ती उम्र में गर्भधारण करना कई समस्‍याओं का कारण बन सकता है । जिसमें हाई ब्‍लड प्रेशर, डायबिटीज, प्री मैच्‍योर डिलीवरी, गर्भपात, प्‍लेसेंटा से गर्भ नली बंद होने जैसी समस्‍याएं शामिल हैं । ये जरूरी नहीं कि ये परेशानिया हर महिला को हों लेकिन ये बहुत संभव है कि ऐसी दिक्‍कते आपके सामने पेश आ सकती हे यदि आप बड़ी उम्र में मां बनने की सोच रही हैं तो । इस उम्र में खुद का ख्‍याल रखना बहुत आवश्‍यक हे, खानपान से लेकर गर्भ तक आपको कुछ बातों का विशेष ध्‍यान रखने की जरूरत है ।

बुरी आदतों को छोड़ दें
वर्तमान में महिलाओं का सिगरेट और शराब का सेवन करना आम बात है । शहरी जीवनशैली का तो मानों ये एक हिस्‍सा बन गया है । अब अगर आपको ये सभी आदते हैं तो गर्भ धारण करने से पहले इन सब चीजों को त्‍यागना अति आवश्‍यक है । ये सभी पदाथ र्आपकी सेहत के लिए हानिकारक है साथ ही गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचाते हैं । गर्भवस्‍था के दोरान आपको किसी भी ऐसी जगह जाने से बचना चाहिए जहां धुंआ हो ।

आराम करना जरूरी है
35 की उम्र में महिलाओं का शरीर इतना मजबूत नहीं रह जाता जितना 20, 22 या 25  की उम्र में होता है । ऐसे में ये प्रेग्‍नेंसी थोड़ा थकाने वाली  हो जाती है । इस थकान से बचने के लिए आपको भरपूर मात्रा में नींद लेने की जरूर है, रात को अपने शेल्‍डर की मसाज करवाएं , सिर में भी गुनगुने तेल की मसाज ले सकती हैं । इससे आपको आराम की नींद आएगी और गर्भस्‍थ शिशु को भी आराम मिलेगा ।

योगासन
इस उम्र में मां बनने जा रही महिलाएं खुद को एक्टिव रखें । अगर आप वर्किंग हैं तो काम को ना छोड़े, काम के साथ प्रेग्‍नेंसी को इंज्‍वॉय करें । वक्‍त कब गुजर जाएगा आपको पता भी नहीं चलेगा । काम के साथ योगा क्‍लासेज, मेडिटेशन क्‍लासेज ज्‍वॉइन करें । योगा आपके शरीर को प्रसव के लिए तैयार करेगा वहीं मेडिटेशन से मन को शांति मिलेगी । ये आपके तन ओर मन दोनों के लिए जरूरी है । लेकिन योगा खुद से शुरू ना करें, किसी ट्रेनर के साथ और डॉक्‍टर की सलाह के साथ इसे शुरू करें ।

खानपान का ख्‍याल रखें
अपने भोजन का पूरा ख्‍याल रखें । डायट चार्ट बना लें, कब क्‍या खाना है इसकी जानकारी इस डायट चार्ट पर लिख कर रख लें । हर दो घंटे में कुछ ना कुछ खाते रहें । हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन युक्त भोजन आपके डायट में जरूर होने चाहिए । जो खाद्य पदार्थ आप ले रही हैं उसमें विटामिन्स,मिनरल्स भरपूर मात्रा में होने चाहिए । इसके अलावा किन चीजों से आपको परहेज करना है इसका भी पता आपको होना चाहिए ।

एक ही जगह ना बैठी रहें
गर्भावस्‍था में एक ही जगह बैठे रहने से आपको दिक्‍कत हो सकती है । इस बात का ख्‍याल रखें कि आप लंबे समय तक एक ही जगह पर ना बैठे और एक ही पोजीशन में । हर एक घंटे में एक 5 मिनट की वॉक जरूर करें । दिन में किसी भी समय 30 मिनट का वक्‍त सैर के लिए सुरक्षित रख लें । ये आपको फिजिकली एक्टिव रखने के लिए जरूरी है । साथ ही आपके रकत का संचार भी ठीक बना रहता है ।

पैरेंट हुड इंज्‍वॉय करें
कई कपल्‍स जो पहली बार मां बाप बन रहे हैं वो इन पलों को अपने दिलों में संजो लेना चाहते हैं । इसके लिए कपल्‍स के लिए स्‍पेशल कलासेज भी अरेंज की जाती हैं । जिनमें एडमिशन लेकर आप पैरेंट बनने के बाद एक दूसरे का कैसे सपोर्ट कर सकते हैं ये जान सकते हैं । इन जगहों में मां-बाप बनने के बाद आने वाली चुनौतियों से निपटने के बारे में भी सिखाया जाता है ।

तनाव ना पालें
जब भी लगे कि आपको किसी चीज से चिढ़ हो रही है, या आप स्‍ट्रेस में आ रही हैं तो तुरंत इसे अपने पार्टनर के साथ शेयर करें । अपनी हर छोटी से छोटी बात शेयर करने से आप टेंशन फ्री रह सकती हैं । तनाव का असर सिर्फ आप पर ही नहीं पड़ता बल्कि ये आपके होने वाले शिशु पर भी गहरा प्रभाव छोड़ता है । तनाव होने से आपको मूड स्विंग्‍स हो सकते हैं जो बिलकुल भी सही नहीं हैं । सेफ प्रेग्‍नेंसी के लिए आपको खुद का बहुत ख्‍याल रखना होगा ।