यह जितनी देर पेट में रहता है, उतनी देर तक एसिड रिलीज करता रहता है। पेट की लाइनजिंग को ये खराब करता है, इसलिये पेट के अल्सर में रेड मीड से परहेज करना चाहिये।
New Delhi, Mar 07: पेट के अल्सर को पेप्टिक अल्सर भी कहते हैं, जो कि पेट की परत या छोटी आंत के ऊपरी हिस्से पर छाले के रुप में जम जाती है। रिसर्च के अनुसार भारत में 90 लाख से ज्यादा लोग इस बीमारी से पीड़ित है, पेप्टिक अल्सर या गैस्ट्रिक अल्सर अमाशय या छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में होता है, ये तब बनता है जब भोजन पचाने वाला अम्ल अमाशय या आंत के दीवारों को नुकसान पहुंचाने लगता है, पेप्टिक अल्सर पेट या ड्यूडिनल में होता है, ये दो प्रकार का होता है, पहला गैस्ट्रिक और दूसरा ड्यूडिनल अल्सर ।
ऐसे करें पहचान
अल्सर होने पर पेट में दर्द, जलन, उल्टी के साथ-साथ ब्लीडिंग की शिकायत होती है। अगर आप इसका इलाज नहीं करवाएंगे, तो ये पकने के बाद फट भी जाता है। जिसे परफॉरेशन कहते हैं, अल्सर की वजह से पेट में जलन होती रहती है। अगर आप घंटों पेट खाली रखते हैं, तो आपको दर्द हो सकता है, ये दर्द रात और सुबह के समय ज्यादा परेशान करता है। आइये आपको बताते हैं कि अल्सर में किन चीजों को खाने से परहेज करें। ताकि ये बीमारी ना बढे।
कॉफी
कैफीन के सेवन से आपने पेट में एसिड की मात्रा बढ जाती है, इसलिये अल्सर के मरीज को कॉफी से परहेज करना चाहिये। ताकि पेट में एसिड की मात्रा संतुलित रहे। इसके साथ ही आपके स्वास्थ्य में जल्दी सुधार हो, इसके लिये कॉफी के साथ-साथ उन चीजों से भी परहेज करें, जिसमें कैफीन होती है, जैसे सॉफ्ट ड्रिंक, चॉकलेट आदि ।
मिर्च-मसालेदार खाना
कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि मसालेदार भोजन करने से अल्सर और बढते हैं। इसकी वजह से स्थिति और खराब हो सकती है, पेट के अंदर छालों में जलन होती है। इसलिये इलाज के दौरान मिर्च और मसालेदार भोजन से परहेज करें, ताकि पेट दर्द और दूसरी चीजों से बचा जा सके।
बेक किये हुए खाद्य पदार्थ
अगर आपके पेट में अल्सर है, तो बेक किये हुए खाद्य पदार्थों से दूरी बना लें, क्योंकि बेक किये हुए खाद्य पदार्थों में ट्रांस वसा की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, इस कारण ये पेट के एसिड को बढाता है, इसकी वजह से अल्सर में जलन होती है, इसलिये ऐसी चीजों से परहेज ही करें, तो बेहतर होगा।
सफेद ब्रेड
सफेद ब्रेड भी ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिससे अल्सर की स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिये अगर नाश्ते में या दूसरे समय अपने आहार में सफेद ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे बंद कर दें, क्योंकि हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इसे अपने आहार से हटा देने में ही समझदारी है, ये स्वास्थय के लिये नुकसानदायक है।
लाल मांस
जिन लोगों के पेट में अल्सर है, उन्हें लाल मांस नहीं खाना चाहिये, रेड मीट में प्रचुर मात्रा में फैट और प्रोटीन होता है, ये लंबे समय तक पेट को भरा रखता है, यह जितनी देर पेट में रहता है, उतनी देर तक एसिड रिलीज करता रहता है। पेट की लाइनजिंग को ये खराब करता है, इसलिये हर हाल में रेड मीड से परहेज करना चाहिये।
शराब
शराब पीने की वजह से आपको अल्सर हो सकता है, लेकिन वहीं जिन्हें पहले ही अल्सर है, ये उनके लिये शराब जहर के समान है।क्योंकि शराब के सेवन से पाचन तंत्र प्रभावित होता है, इसके अत्यधिक सेवन से ये एसिड लेवल बढा सकता है। इसलिये शराब के सेवन से परहेज करें।
डेयरी उत्पाद
डेयरी उत्पाद भी फैट से भरे होते हैं। अगर आपको अल्सर की शिकायत है, तो इन्हें अपनी डाइट से हटा दें, या फिर कम से कम इनका सेवन करें। अल्सर की स्थिति में ये आपको परेशान कर सकते हैं। इसलिये जब तक ये ठीक ना हो जाए, डेयरी उत्पादों से दूरी बनाकर ही रखें।