मानव शरीर के लिए आयोडीन एक ऐसा तत्व है जो गर्भ से लेकर आपके बुजुर्ग होने तक आपके लिए बहुत जरूरी है । जानें उन चीजों के बारे में जो आपके खाने में आयोडीन की पूर्ति करते हैं ।
New Delhi, January 28 : महिला के गर्भवती होते ही उसे आयरन के साथ आयोडीन की नियमित खुराक खाने को दी जाती हे । आयोडीन एक ऐसा तत्व है जो गर्भस्थ शिशु के दिमाग के विकास और थायराइड प्रोसेस के लिए अनिवार्य है । हालांकि ये बहुत बड़ी मात्रा में शरीर को नहीं चाहिए होता, इसकी बहुत थोड़ी सी मात्रा ही आपको स्वस्थ रखती है । आयोडीन हमारे शरीर के टेमपरेचर को भी नियंत्रित करता है । गर्भ में पल रहे शिशु के लिए आयोडीन की कमी उसे जन्मजात कई बीमारियों का शिकार बना सकती है ।
आयोडीन कितनी मात्रा में जरूरी
एक व्यक्ति को छोटे चममच से भी कम आयोडीन की आवश्यकता पड़ती है । लेकिन आयोडीन एक ऐसा तत्व है जो शरीर में रुकता नहीं है, इसलिए इसे दैनिक आहार के रूप में लेना पउ़ता है । ताकि इसकी कमी शरीर में ना हो । एक रिसर्च के अनुसार महिलाओं को प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के समय अपने भोजन में आयोडीन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता । बच्चे के लिए जितना जरूरी विटामिन और मिनरल्स का होना है उतना ही आयोडीन भी जरूरी है । आगे जानिए उन चीजों के बारे में जो आयोडीन की कमी को पूरा कर सकते हैं ।
पनीर
अपने भोजन में पनीर को जगह दें, ये प्रोटीन ही नहीं कैल्शियम और आयोडीन का भी बेहतरीन स्रोत है । पनीर और चीज में भरपूर मात्रा में आयोडीन पाया जाता है । शिशुओं को आप चेड्डार और मोजरेला चीज ऐसे ही खाने के लिए दे सकते हैं । इसका प्रयोग सैंडविच में, स्प्रेड के रूप में किया जा सकता है । पनीर खाना ज्यादातर लोगों को पसंद आता है । तो इसे स्वाद के साथ सेहत के लिए भी जरूर खाइए ।
सी फूड
सी फूड आयोडीन का सबसे अच्छा स्त्रोत होते हैं । सी फूड जिसमें मछलियां, केकड़े, झींगा आदि शामिल हैं । सी फूड पचाने में आसान होते है इसलिए आप इन्हें बच्चों को भी दे सकते हैं । सी फूड में आयोडीन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, आप इन्हें अलग-अलग तरह से बनाकर खाने में परोसें।
अंडे – सी फूड के साथ ही अंडों में भी भरपूर मात्रा में आयोडीन पाया जाता है । आप रोज सुबह नाश्ते में एक उबला अंडा जरूर खाएं ।
दूध
आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए दूध का भी रोजाना प्रयोग करें । दूध के एक गिलास में 150 माइक्रोग्राम आयोडीन होता है। बड़े तो दूध को पी ही लेते हैं लेकिन बच्चे आनाकानी करें तो इसमें चॉकलेट, केसर या इलायची फ्लेवर डालकर इसे उन्हें पिलाएं । बच्चों के शारीरिक विकास के लिए दूध पीना बहुत ही आवश्क है । ये उनके लिए संपूर्ण आहार के समान है । रोजाना दूध का कम से कम एक गिलास बच्चों को जरूर पिलाएं ।
दही
गर्मियों में दही का सेवन आप रोजाना करते हैं लेकिन सर्दियों में इसका प्रयोग कम कर देते हैं । दही का सेवन नियमित रूप से करें । दही आयोडीन का बेहतरीन स्रोत है, इसमें कैल्शियम अज्ञैर प्रोटीन दोनों ही भरपूर मात्रा में पाया जाता है । दही का सेवन सलाद में डालकर करें, इसका प्रयोग सब्जी आदि में कर सकते हें, लस्सी बनाकर या फिर सादी दही भी खाई जाती है । ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है ।
छिलके वाला आलू
आलुओं को भूनकर खाएं, भुने हुए आलू में आयोडीन और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है ।आलू के छिलके में भी आयोडीन पाया जाता है ये शरीर के लिए लाभदायक होता है । एक आलू में 40 फीसदी आयोडीन होता है । आलू के इसी गुण के चलते उसे हर सब्जी के साथ खाने की मानों परंपरा सी बन गई है । रोजाना एक आलू का सेवन आपके लिए बहुत है ।
खाएं मुनक्का
किशमिश की तरह दिखने वाले मुनक्का में आयोडीन काफी मात्रा में होता है । रोज़ तीन मुन्नके खाने से 34 माइक्रोग्राम आयोडीन की प्राप्ति होती है । ये आपको विटामिन ए, आयोडीन और फाइबर देता हे । मुनकका खाते हुए ये जरूर ध्यान रखें कि ये बहुत ही गर्म होता है । इसका बहुत ज्यादा प्रयोग आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है । 2 साल से छोटे बच्चों के लिए दिनभर में दो मुनक्का काफी हैं ।
ब्राउन राइस और लहसुन
आयोडीन का अच्छा स्त्रोत है ब्राउन राइस । इसमें में पाए जाने वाले घुलनशीन फाइबर खून में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं । इसके साथ ही कई मर्ज की दवा माने जाने वाले लहसुन का प्रयोग भी आयोडीन की कमी को दूर करने में किया जाता है । लहसुन खाने के स्वाद को बढ़ाता है, स्वास्थ्यवर्धक भी है । इसमें कैलोरी ना के बराबर है, इसके साथ ही ये फाइटोन्यूट्रिएंट एनिथोल से भरपूर होता है । लहसुन खाने से बॉडी की इमयूनिटी बढ़ती है ।