ब्रेन ट्यूमर के 10 लक्षण, नजरअंदाज करना पड़ सकता है जान पर भारी

सिरदर्द की समस्‍या आम है, लेकिन कहीं ये आम सी प्रॉब्‍लम आपके दिमाग में बढ़ रहे नासूर की ओर तो इशारा नहीं, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता । जानें ब्रेन ट्यूमर की पहचान कैसे की जा सकती है ।

New Delhi, Feb 08 : ब्रेन ट्यूमर कोई आम बीमारी नहीं है, ये दिमाग में पैदा हुआ एक ऐसा नासूर है जो आपको मौत के मुहाने तक ले जा सकता है । इस बीमारी की वजह से आपको लकवा हो सकता है, आपकी याद्दाश्‍त जा सकती है या फिर कई केसेज में मरीज की मौत तक हो सकती है । ब्रेन ट्यूमर का पता शुरुआती स्‍टेज में चल जाए तो इसका इलाज संभव है । इसे कई बार दवाओं से भी ठीक किया जा सकता है लेकिन इसके लिए इसका जल्‍दी पता चलना जरूरी है । जानें ब्रेन ट्यूमर होने के कौन से लक्षण हैं जिन्‍हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए ।

भयंकर सिर दर्द
ब्रेन ट्यूमर के मरीज को सबसे पहले लक्षण के रूप में जो महसूस होता है वो है सिर में तेज का दर्द । सुबह उठते ही सिर में तेज दर्द होना ये ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है । कई बार ये असहनीय भी हो सकता है । इसे नजरअंदाज करना आपके लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है । अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं तो भी ऐसे दर्द में डॉक्‍टरी सलाह आवश्‍यक है । इसे ना नजरअंदाज करें ।

उल्‍टी, जी मिचलाना
सिरदर्द के अलावा खाना खाने के बाद उल्‍टी आना, जी मिचलाना, बेचैनी, घबराहट होना भी ब्रेन टृयूमर के लक्षण हो सकते हैं । खाना खाने काappendix pain मन ना करना और खाने को देखकर ही अजीब सा महसूस होना ये वो सकंगेत हैं जिन्‍हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए ।
चक्कर आना – ब्रेन ट्यूमर के दर्द के साथ कई लोगों को चक्‍कर आने की समस्‍या भी हो सकती है । अचानक से आंखों के आगे धुंधला छा जाने के साथ कई लोग बेहोश होकर गिर भी पड़ते हैं  ।

दौरे पड़ना
हमारे पूरे शरीर का नर्वस सिस्‍टम ब्रेन से ही कंट्रोल होता है । ट्यूमर की संभावना होते ही ब्रेन पूरे शरीर को संकेत देने लगता है । ऐसे में हमारी नसें कमजोर होने लगती हैं, जिसकी वजह से लोगों को दौरा भी पड़ सकता है ।
आंखों की रोशनी का जाना – ब्रेन में गड़बड़ी का असर आपकी आंखों पर भी दिखने लगता है । आंखों की जाती रोशनी बड़े खतरे का संकेत भी हो सकती है । अचानक से ऐसा महसूस हो रहा हो कि आपको चीजें साफ नहीं दिख रही हैं तो इसे नजरअंदाज बिलकुल भी ना करें ।

लकवा
ब्रेन ट्यूमर बहुत ज्‍यादा बढ़ जाए तो व्‍यकित का दिमाग काम करना बंद कर सकता है, जिसके चलते ये शरीर पर से अपना नियंत्रण खो देता है । ऐसी स्थिति में व्‍यक्ति को लकवा पड़ सकता है । ऐसा तब होता है जब दिमाग के पेराइटल लोब पर ट्यूमर होता है । इस ट्यूमर का असर शरीर में एक तरफ होता है और बॉडी शिथिल हो जाती है । लकवा मारते ही व्‍यक्ति को अस्‍पताल ना ले जाया जाए तो ये परमानेंट डैमेज भी हो सकता है ।

बोलने में दिक्‍कत
ब्रेन ट्यूमर का ये लक्षण तब उभर कर सामने आने लगता है जब हालत खराब होनी शुरू हो जाती । दिमाग शरीर पर से नियंत्रण खो देता है और चेहरे का एक हिस्‍सा शांत हो जाता है, ऐसे में व्‍यक्ति साफ नहीं बोल पाता ।
व्‍यक्ति के व्‍यवहार में बदलाव – ब्रेन ट्यूमर से पीडि़त व्‍यक्ति उदास रहने लगता है, उसका स्‍वभाव अचानक से बहुत ही चिड़चिड़ा हो जाता है । कई बार वह व्‍यक्ति किसी और से बात तक नहीं करना चाहता ।

शरीर में एंठन महसूस होना
कई बार व्‍यक्ति को हाथ पैरों में ऐंठन महसूस होती है, इतनी ज्‍यादा कि वो इन्‍हें मूव तक नहीं कर पाता । हाथ-पैर अकड़ जाते हैं, ऐसा लगने लगता है मानों शरीर ने साथ देना बंद कर दिया हो । ऐसे लक्षण नजरअंदाज करने से आपकी समस्‍या बहुत बड़ी हो सकती है । समय रहते इनका निदान आवश्‍यक है, बीमारी का पता चलते ही उसका इलाज आवश्‍यक है ।

कमजोरी महसूस होना
दिमाग जब ब्रेन ट्यूमर का शिकार होने लगता है तो धीरे-धीरे इसकी कोशिकाएं कमजोर होती चली जाती है । ये व्‍यक्ति को सिर से लेकर पांव तक कमजोर महसूस कराने लगाता है । ट्यूमर मानसिक रूप से ही व्‍यक्ति को नहीं तोड़ता बल्कि उसके पूरे शरीर पर इसका असर दिखने लगता है । बुहत ज्‍यादा कमजोरी महसूस होने लगे तो इसे नजरअंदाज ना करें, ये दिमागी खतरे की ओर संकेत भी हो सकते हैं ।